अगर आप अपने यात्रा के लिए लावा को सोच रहे है, तो आपकी यात्रा सच में एक यादगार यात्रा होने वाली है। लावा एक ऐसा शहर है, जिसे हर कोई अपनी यात्रा के लिए सोचता है। क्यूकी लावा से आप कलिम्पोंग और लोलीगाँव भी घूम सकते है जो आपके इस यात्रा को और शानदार और मजेदार बना देता है। अतः लावा एक नींद वाला गॉव है जो लगभग 7700 फिट ऊंचाई पर स्थित है।
लावा कलिम्पोंग और दार्जीलिंग जिले के दो पहाडिओ के बिच में स्थित है, तथा चारो तरफ जंगलो से घिरा हुआ है। लावा प्रसिद्ध नीरा घाटी राष्ट्रीय उद्यान के लिए आधार और प्रवेश द्वार है और साथ ही साथ शंकुधारी पेड़ों के घने जंगल से घिरा हुआ है। हालांकि, पर्यटकों को राष्ट्रीय उद्यान की यात्रा के लिए लावा घाटी में रात भर रहना चाहिए, जो विदेशी वनस्पतियों और जीवों से भरा है। यहाँ का पार्क लावा शहर से लगभग 10 किलोमीटर दूर है।
लावा कई ट्रेकर्स को अपनी पहाडिओ के वजह से आकर्षित करता है।अतः यहाँ ट्रैकिंग समथर पठार से लेकर गोम्पा दारा नामक स्थान से शुरू होती है, जो लावा के करीब स्थित है। लावा के आस-पास के वनाच्छादित क्षेत्र पक्षी देखने वालों के लिए स्वर्ग से काम नहीं है। आप यहाँ कई अलग-अलग तरह की पक्षियों जैसे ब्लू रॉबिन्स, फुलवेत्ता, फिंच, व्रेन बेबब्लर्स और बहुत कुछ देख सकते हैं।
आपकी लावा की टूर में हमारी Easetrip टूर और ट्रेवल्स एजेंसी काफी मददगार हो सकती है। यह आपकी यात्रा को और मजेदार और रोमांचक बना सकता है अपनी सेवा से।हमारी लावा की टीम अपने पर्यटकों का बिशेष ख्याल रखती है उनके रहने से ले के हर कुछ का। हमारी एजेंसी में सज्जन और महिलाये भी है जो आपको और आपके पुरे परिवार की यात्रा में अपना हर संभव कोसिस करती आपकी यात्रा को एक न भूलने वाली यात्रा में बदला जा सके। हमारी टीम लावा में सबसे सुभीधा देने वाली एजेंसी है। जो आपको लावा की हर तरह से सैर करवाती है जिससे की लावा का कोई भी स्थान आपका न छूटे।अतः यह लावा के हर स्थान की यात्रा कराती है जैसे –
1. लावा मठ- लावा मठ को लोकप्रिय रूप से रत्नाऋषि बिहार बौद्ध गुम्पा भी कहा जाता है, जो लावा में स्थित है। नीरा जलाशय झील भी इस मठ के करीब स्थित है।
मठ के पीछे की ओर जाने पर लावा गांव के साथ – साथ पर्यटक यहाँ के सुन्दर मैदान भी देख सकते है।
2. चंगेय फॉल्स- चंगेय फॉल्स लावा गांव से लगभग 10 किमी की दूरी पर स्थित है और दो सूर्योदय बिंदुओं के बीच स्थित है, तिफिंदारा और घांटी दारा।
3. टिफिंडारा- तिफिंदरा एक प्रसिद्ध सूर्योदय बिंदु है, यहाँ देवदार के जंगल हैं और हिमालय का दृश्य पर्यटकों को आकर्षित करता है।
इसके अलावा हमारी एजेंसी अपने पर्यटकों को लावा की ओर भी बहुत सारी स्थानों का यात्रा करवाती है। वह भी एक दम सस्ते और अच्छे दर पर अगर आप अपनी यात्रा के लिए लावा को चुन रहे है, तो हमारी लावा में टूर और ट्रेवल्स एजेंसी से संपर्क कर सकते है , क्यूकी हमारी एजेंसी लावा के सबसे अच्छे और प्रसिद्ध एजेंसियो में से एक है। और यह संभव हो पाया है, हमारे द्वारा प्रदान किये हुए सेवाओं और सुबिधाओ के वजह से। हम कभी भी अपने पर्यटकों को निराश नहीं करते है और न ही उन्हें कभी शिकायत का कोई मौका देते है।तो आप भी अपनी यात्रा के लिए लावा को चुने और हमारी सेवा का लाभ उठाये।
लावा में घूमने का समय – लावा में मानसून को छोड़कर सभी महीनों में यात्रा करने का सबसे अच्छा समय है यदि आप छुट्टी पर जाने की योजना बना रहे हैं तो मार्च से मई तक गर्मी के महीने जाने के लिए सबसे अच्छा मौसम है, लेकिन अगर आप वास्तव में किसी रोमांचक यात्रा पर जाना चाहते है, तब आप सर्दियों में भी यहाँ जा सकते है।